जीवन परिचय - स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
समाज के महापुरुष श्री रामलाल अग्निभोज
पुस्तक हरदा और स्वतंत्रता संग्राम तथा होशंगाबाद जेल में एक पाषाण पट्टिका पर कतिया समाज के 4 महापुरुषों के नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सूची में अंकित है। आज 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उन्हें याद करते हुए हम गौरवान्वित हैं।श्री रामलाल अग्निभोज
उनके जीवन के विषय में और अधिक जानकारी अपेक्षित है। संक्षिप्त परिचय जिन महापुरुषों का मिल सका है,उन्हें प्रकाशित किया जा रहा है।
इस क्रम में और अधिक जानकारी के साथ समाज के महापुरुषों का जीवन परिचय प्रकाशित किया जाता रहेगा। पुनः 75 में स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं ! संपादक
कतिया समाज श्री रामलाल पिता बालाराम अग्निभोज निवासी मसनगॉव स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। आप आजाद भारत में मध्य प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री व सांसद रहे श्रीमान रामेश्वर अग्निभोज के चाचा थे। श्री रामलाल का नाम हरदा और स्वतंत्रता संग्राम नमक किताब में पृष्ठ 126 पर तालिका 66 में अंकित है। आपको चार माह की जेल की सजा के साथ ही 6 माह की निगरानी में रखा गया था। आपने सागर जेल में 4 माह की सजा काटी थी। उन पर हरदा और मसनगांव के बीच तार काटने पर रंगे हाथों पकड़ा जाने का आरोप था।
उस समय देश में छूआ छूत चरम पर थी। भारत में कई जातीयों बंटा था। जातीवाद आपसी फूट का प्रमुख कारण था जो देश में अंग्रजों के लिए अनुकूल परिस्थिति निर्मित कर रहा था। यही कारण था की गॉधी जी को छूआछूत हटने के लिए हरिजनोंद्धार अभियान चलाना पडा। गांधीजी के रचनात्मक कार्यक्रमों में से हरिजनोंद्धार के कार्यक्रमों में आपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपके प्रयासों के कारण मसनगॉव से अछूतोद्धार के लिए व्यापक अभियान चलाया गया। इसमें आपको सफलता मिली। स्थानीय गॉव मसनगॉव सहित असपास के क्षेत्र में स्थित मंदिरों में अछूतों को ससम्मन प्रवेश का अधिकार दिलाया। साथ ही कूवों में पानी भरने के लिए भी अधिकार दिलानें में सफलता अर्जित की।
आप शिक्षित किसान होने के साथ ही एक जागरूक देशभक्त थे। जो समय समय पर रेलवे कर्मचारियों व सामाजिक स्तर पर शासकीय कार्यों व कोर्ट कचहरी के कामों में दस्तावेजी करण करने में लोगों की मदद किया करते थे। 24 मार्च 1969 को हरसूद में आपका निधन हुआ। इस बीच सामाजिक गतिविधियों में सदैव आप सक्रिय रहे।
आप वर्तमान इटारसी कतिया समाज के पूर्व अध्यक्ष,प्रॉतीय कतिया समाज कोर कमेटी के अध्यक्ष श्री पी एस अग्निभोज के पिता थे। अग्नि भोज परिवार का कतिया समाज में संगठनात्मक रूप में बहुत बड़ा योगदान रहा है इसी परंपरा को वयोवृद्ध प्रेरक,मार्गदर्शक, संरक्षक के रूप में श्रीमान अग्निभोज आज भी निभाते चले आ रहे हैं।