होशंगाबादः कतिया परिवार स्नेह सम्मेलन सम्पन्न
मॉं नर्मदा को हर तरह से प्रदूषण मुक्त रखने का लिया संकल्प
कतिया गौरव परिवार द्वारा वरिष्ठजन व मेधावी छात्र-छात्राओं का अभिनंदन
होशंगाबाद - समाज के विकास में सभी परिवारों का योगदान,वरिष्ठजनों व समाज की प्रतिभाओं का सम्मान करने के उद्देष्य से कतिया समाज के परिवारों का स्नेह मिलन सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित समस्त सामाजिक परिवारों ने मॉं नर्मदा को किसी भी कारक से प्रदुषित नहीं करने व स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में कतिया गौरव परिवार द्वारा वरिष्ठजन व मेधावी छात्र-छात्राओं को अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाज के दान दाताओं नें मॉगलिक भवन निमार्ण हेतू भूखण्ड खरीदने के लिए दो लाख अठ्यासी हजार एक सौ रू समिति को देने का संकल्प ले मंच से घोषणा की।
समाज को एकता के सूत्र में पिरोने के व्यापक उद्देष्य को लेकर कतिया समाज होषंगाबाद ने नर्मदा जी के तट पर मॉं हिंगलाज देवीजी के मंदिर प्रागंण, खर्राघाट पर परिवर मिलन समारोह आयोजिक किया। मॉं सरसस्वती के समक्ष वरिष्ठ स्वजनोंजनों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का षुभारम्भ किया। मॉं सरस्वती जी की वंदना, नर्मदा अष्टक का गायन कु0 निष्ठा चौरसिया व साथीयों ने किया। इस अवसर पर उपस्थित समस्त सामाजिक परिवारों ने जीवन में कभी भी मॉं नर्मदा को किसी भी कारक से प्रदुषित नहीं करेंगे का संकल्प दोहराया। स्नेह मिलन समारोह में समाज के वरिष्ठ नागरिकों का एवं मैधावी छात्र-छात्राओं को कतिया गौरव प्रतिभा सम्मान, कार्यकारिणी के सदस्यों एवं उपस्थित समाजसेवियों के व्दारा प्रमाण-पत्र, श्रीफल, रामायण गुटका के साथ दिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्व श्री सखाराम चौरे के व्दारा की गई। कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में चिरांेजीलाल मालवीय, श्यामलाल सेजकर, बी0एल0 कतिया एवं मुख्य अतिथि रामप्रसाद चौरे, छोटेलाल भैंसारे, परसराम सांगुले, कांशीराम दोनगे का सानिध्य व मार्गदर्षन प्राप्त हुआ।
समाज के विकास के उद्देश्यों पर सामाजिक बॅंधुओं के व्दारा कतिया समाज के उत्थान और विकास पर अपने विचार व्यक्त किए। समिति अध्यक्ष मुकेश मलाजपुरे ने कहा गया कि एक भाव, एक विचार रखकर सॅयुक्त रूप से सहयोग प्रदान करने से ही समाज का विकास किया जा सकता है। कतिया गौरव पत्रिका संपादक अनिल भंवरे ने कहा कि जबतक आयोजित किये गये कार्यक्रम के उद्देश्यों की पूर्ति नही होगी कार्य क्रम करना निरर्थक है। कार्यक्रम व्यपक उद्देष्यों की पूर्ति के माध्यम होते है। समाज की प्रगति व प्रत्येक परिवार के विकास के लिए हमें सामुहिक संकल्प लेकर अनवरत कार्य करते रहना चाहिए। कार्यक्रमों के दौरान मंच से की गई घोषणओं व लिए गए संकल्पों पर अमल होना चाहिए। तभी सही मायनों में समाज का विकास हो सकेगा। कार्यक्रम के संयोजक अशोक बिल्लौरे ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा ही ऐसा गुण है जिस पर किसी अस्त्र-शस्त्र से दुश्मन के व्दारा घात नहीं पहॅुचाया जा सकता। मनुष्य शिक्षा से ही सामर्थवान, संस्कारवान होता है, उनके व्दारा शिक्षा पर जोर दिया गया। समिति के सचिव भारत चौरसिया ने कहा गया कि कतिया परिवारों के लिए अपना कोई एसा भवन नहीं है जिसमें मॉगलिक व पारिवारिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें। इस हेतू समाज का भूखण्ड खरदने का प्रस्ताव रखा। श्री चौरे ने कहा कि समाज की अचल सम्पत्ती का अर्जन किया जाना नितान्त आवश्यक है जिससे कि हम आने वाली पीढ़ि को आशीर्वाद स्वरूप संगठित रहने के लिए छत्र-छाया विरासत में सौंप सकें।
समाज के पूर्व अध्यक्ष सुनील चौरे ने कहा कि सशक्त समाज की दूरदर्शिता का विचार रखते हुए आज हम वर्तमान को तन-मन-धन से सशक्त बनायें। वर्तमान में समाज को दिया गया दान भविष्य का बटवृक्ष होगा। \