किटी-पार्टी से- स्वाभिमान की प्रेरणा

 किटी-पार्टी से- स्वाभिमान की प्रेरणा

    एक दिन आशा दीदी मुझसे और प्रतिभा दीदी से मिलने आयीए और कहने लगी कि कॉलोनी में किटीपाटी
शुरू हो रही हैए लेकिन उनमें सारे ब्राहम्ण होने के कारण हमें ;आशा दीदी और मैंद्ध उस किटीपाटी का सदस्य नहीं
बनाया गया। मन को ठेस लगी! जैसा कि सर्वविदित है कि आहत मन यदि दृढ़ संकल्पित हो कर ठान लेएतो कोई
भी काम असम्भव नहीं है। चोलकर आंटी के  स्वाभिमनी आहत मन में  किटी. किटी.पार्टी बनाने के संबंध में चल
रही उधेड़ बुन हमारी प्रेरणा बनी और यहीं से हमारी किटी.पार्टी की शुरूआत हुई। स्वजातीय स्वाभिमान से परिपूर्ण
हमने निश्चित किया कि हमारी किटी.पार्टी में केवल समाज की ही महिलाए होगीं। इस तरह हमारी किटी.पार्टी में
सास और दो बहुएॅं शामिल हुई। बाद में हमने हमारे समाज की महिलाओं से चर्चा की। जिसमें  सर्व श्रीमती गुलाब
काब्जाएप्रतिभा बिलेए आशा नागलेएरत्ना लामकुचेए समोता धार्मिकए दिव्या धार्मिकए कंचन मण्डलेकर, शकून
भैंसारेए सुमन बिल्लौरेएसुषमा नागवंशी ए स्व0 सुशीला चोलकरए पूर्णिमा चोलकरए मीनाक्षी चोलकर आदि
देखते.देखते किटी.पार्टी की सदस्या बन गई।हमारी किटी.पार्टी में नवविवाहिता से लेकर वृद्ध महिलाएॅं भी थीं।
हमारे बीच में बहुत अच्छा सामंजस्य था। आमतौर पर महिलाओं के लिए अतिरिक्त काम का बोझए पारिवारिक
दायित्वों के निर्वाहन में समय की कमी आदि समस्याऐं रहीं! किन्तु सभी सदस्याओं के सहयोग से हमें हर महिने
आने वाली किटी.पार्टी का बेसब्री से इंतजार रहता था।
हमारी किटी.पार्टी में यह भी तय किया गया कि सभी सदस्याओं की उपस्थिति अनिवार्य  हैए तथा वे अपने बच्चों को साथ न लेकर आयेए क्योंकि ये दो घण्टे उनके अपने हैंए जिसमें वो पूर्णतः अपने बारे में चिंतन मनन और मौज.मस्ती  कर सकें। हमारी किटी.पार्टी में शुरूआती दिनों में  सदस्याओं का जन्मदिनए बसॅंत पंचमी का उत्सवए हल्दी कुमकुमए अखण्ड रामायण ;सुन्दर काण्डद्ध नव वर्ष उत्सव मनाते थे। एक मिनट वाले खेल.खेलते थे। सुख हो या दुःखए हम सबसे पहले अपने इन मित्रों को ही याद करते  और उनका सहयोग पाते थे। हमारी किटी.पार्टी में बहुत सी मीठी यादें हैं दिव्याए रत्नाएकंचनएमीनाक्षीएसुषमा नागवंशी को प्रथम वार मॉं बनी तो वहीं प्रतिभाए समोताएसुमन शकून को दादी.नानी बनने का सौभाग्य मिला। हमारी किटी.पार्टी में न सिर्फ रिश्तों में ही उपब्धियॉं प्राप्त की बल्कि हमने  शैक्षणिकएव्यावसायिकए कला एवं राजनैतिक आदि क्षेत्रों में भी  उपलब्धियॉं हासिल की। स्व0 सुशीला चोलकर नगर पालिका उपाध्यक्ष इटारसी रहीं। आशाए पूर्णिमा किटी.पार्टी से पूर्व ही शासकीय विद्यालय में अध्यापिकाएॅं हैं। रत्ना ने पाक.कला में दक्षता हासिल की जो हमें कत्रित करने सहायक  हुई। सुषमा नागवंशी सिलाई व ब्यूटी पार्लर का व्यावसाय करती हैं! सदस्यों की चहुंमुखी दक्षता संगठन की प्रेरणा बनी! मैंने एमण्एण् बीण्एडण्के बाद वर्तमान में शासकीय ललित एवं संगीत महाविद्यालय खण्डवा से कत्थक नृत्य का प्रशिक्षण  ले रही हॅूं। हमारी किटी.पार्टी समाज के छोटे.छोटे परिवारों का समूह था। कंचन मण्डलेकर के पति का स्थानान्तरण गुना हो गयाए प्रतिभा बिले के पति का तबादला मण्डला और मेरे पति की पदोन्नति खण्डवा हो गयी। हम तीनों सदस्यों के चले जाने के बाद भी हमारी बाकि सदस्याओं की किटी.पार्टीए ईंट और रस्सी के शब्द युग्म से बनी ईटारसी में आज भी सुसंचालित है। जो आज स्वयं एक परिवार की श्रेणी में परिभाषित है।



- श्रीमती सुष्मा कुल्हारे

होशंगाबाद







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