जुलाई-अगस्त 2016 अंक
संस्था परिचय
म.प्र.के मालवा प्रान्त में बसा पीथमपुर एशिया की सबसे बड़ी विकसित औद्योगिक नगरी है। इसके एक ओर ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर तो दूसरी ओर महाकाल की नगरी उज्जैन जो सिंहस्थ के लिए अपना एक महत्व रखती है। पीथमपुर से मात्र 10 कि.मी.की दुरी पर संविधान के जनक भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर कि जन्म स्थली महू है,तो मात्र 20 कि.मी.की दुरी पर भगवान परशुराम की जन्म भूमि जानापाव कुटी है। पीथमपुर म.प्र.की औद्योगिक राजधानी इंदौर से 30 कि.मी. की दुरी पर धार जिला में बसा हुआ है।
सन् 1980 के पूर्व पीथमपुर केवल 700 की आबादी का एक छोटा सा गांव था,वर्तमान में लगभग एक लाख की जनसंख्या है। आज म.प्र. की सबसे बड़ी नगर पालिका का गौरव प्राप्त नगर है।पीथमपुर नगर को खांडव प्रस्थ से इंद्रप्रस्थ बनाने में कतिया बंधुओं का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।कतिया बंधुओं का आगमन सन् लगभग 1989 के बाद से हुआ। वर्तमान में लगभग160 परिवार ससम्मान निवासरत है। औद्योगिक क्षेत्र यहॉ सामाजिक लोग निजी कारखानों में अपनी क्षमता व योग्यता अनुसार विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर देश की उन्नत्ति में अपना महत्व पूर्ण योगदान दे रहे हैं।
अपने क्षेत्र में अग्रणि सामाजिक बंधुओं के कारण मालवा अंचल कतिया समाज की पीथमपुर में अपनी एक अलग विशेष पहचान बनी हुई हैं। समाज का प्रत्येक परिवार निम्न व माध्यम आय वर्गीय होते हुए भी आत्मनिर्भर हैं। लगभग 32 प्रतिशत परिवारों के अपने स्वयं के मकान हैं। समाज के लोगों में परस्पर आत्मीयता,विस्वास,आपसी भाईचारा,सामंजस्य और प्रगाढ़ मेलजोल है। सामाजिक बंधु व्यक्तिगत,पारिवारिक,सामाजिक,सॉस्कृतिक,धार्मिक व राष्ट्रीय कार्यकृमों का अयोजन मिलजुलकर करते है। जिसमें समाज के प्रत्येक वर्ग की सहभागिता होती है। प्रत्येक को प्रेरणा व प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित विभिन्न कार्यकृमों से प्रत्येक व्यक्ति अत्मीय बंधन में बंधा एक बड़ा कतिया परिवार के सदृश्य प्रतीत होता है।
राजनितिक क्षेत्र- राष्ट्रीय स्तर पर प्रारम्भ से ही भाजपा में श्री जगदीश सूर्यवंशी की अच्छी छवी रही हैं। श्री सूर्यवंशी विश्वास नगर बंजारी,ग्राम पंचायत में उप सरपंच रहकर समाज को गौरवान्वित कर चुके हैं। श्रीमती मीरा सूर्यवंशी भाजपा के ग्रामीण मंडल में मंत्री पद पर कार्य कर रही हैं। राष्ट्रीय स्तर पर समाज के वरिष्ठ नागरिक बी.पी.काजवे डॉ भीमराव अम्बेडकर विचार मंच के अध्यक्ष के रूप में समाज व देश की सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। श्री काजवे समाज के संयोेजक व पूर्व अध्यक्ष का दायित्व भी र्निवहन कर चुके है।
शिक्षा क्षेत्र-इस क्षेत्र में भी समाज के बच्चे अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं,अधिकॉश बच्चे अंग्रेजी माध्यम से कान्वेंट स्कूल में शिक्षा ले रहे हैं,आज के बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति रुझान है। देश की च्डज्एश्रम्म्एच्च्ज्ए जैसे प्रतिष्पर्धा में भी पीछे नहीं हैं। डच्च्डज् में सफलता अर्जित कर छात्र प्रशांत काजवे ने चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त कियं वहीं श्रम्म्एच्च्ज् में अपना परचम लहरा करके, समाज के बच्चे अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेकनिक कलेजांे व नर्सिंग कॉलेज में अध्यन कर रहे हैं।
वर्ष 2014 .15 के हाई स्कूल परीक्षा म.प्र. बोर्ड के कक्षा 10 वीं में छात्र दीपक कुल्हारे ने धार जिला में द्वितिय स्थान प्राप्त किया। छात्रा कु.सुरभि दुधे ने कक्षा 10 वीं में प्रथम स्थान प्राप्त किया।् अभी 2015-16 में छात्र कृपांशु काजवे ने कक्षा 10 वीं में 83 प्रतिशत अंक अर्जित कर समाज का नाम रोशन किया।
खेल कूद मंे भी यहॉ प्रतिभाऐं अग्रसर हैं। म.प्र. की टीम का नेतृतव करते हुए राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में बालक रोशन सांगुले ने भाग लेकर समाज का नाम रौशन किया।
सहकारी समिति-मितव्यता को प्रोत्साहन देने तथा आवश्यक्ता अनुसार छोटे-छोटे ऋण उपलब्ध करने के उद्देश्य से समाज में स्वसहायता समूह बनाया गया। समूह में सदस्यों द्वारा 100 रू प्रति माह प्रति सदस्य एकत्रित कर आसान किस्तों पर नाम मात्र के ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। समाज में महिलाओं द्वारा संचालित अल्प बचत योजना संचालित की जा रही है। एकत्रित राशि का वितरण दीपावली पर किया जाता है।
संगठन- समाज को संगठित करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम सन् 1995 से प्रयास प्रारम्भ किया गया। स्वजनों नें श्री हनुमान जयंती के दिन से सुंदरकांड का पाठ प्रति शनिवार प्रारम्भ करना सुनिश्चित किया जो निरंतर जारी है। मंडल में साज-सामान,रामायण,ढोलक,मंजीरा आदि ख़रीदने के लिए प्रत्येक परिवार से 100 रू का सहयोग लिया।
सर्वसम्मति से दिनांक 21 जनवरी 2003 को वर्ष प्रतिपदा के दिन मालवा अंचल कतिया समाज का गठन किया गया। साथ ही एक विशाल कतिया मिलन समारोह का आयोजन किया। आयोजन में मालवा क्षेत्र में निवासरत सभी कतिया बंधुओं नें सपरिवार सहभागिता निभाई। मुख्यतः इंदौर,देवास,धार के साथ ही म.प्र. के प्रमुख नगरों तथा भोपाल, इटारसी,हरदा,टिमरनी, खंडवा,बुरहानपुर, नेपानगर ,सिराली, बालागांव एवं सांरगपुर समिति के अध्यक्ष सचिव और सामान्य सामाजिक बन्धुंओ की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस दिन से पीथमपुर में समाजिक दृष्टि से नई क्रांति का उदय हुआ।
संगठन ने दिनांक 22 मार्च 2009 को भी इंदौर,देवास,पीथमपुर कतिया समाज द्वारा दूसरा सम्मलेन हुआ इसमें शासकीय सेवा में जिन सामाजिक बुजुर्गाे ने सेवा दी थी उनका समाज द्वारा शाल श्रीफल व प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मान किया। समस्त कार्यरत समितियों के अध्यक्ष सचिवों ने सर्व सम्मत्ति से राष्ट्रिय स्तर पर सामाजिक कार्य करने के लिए कतिया महासभा के गठन का निर्णय लिया। उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री माननीय विक्रम जी वर्मा तत्कालीन धार विधायक श्रीमती नीना विक्रम वर्मा ने समाज को एक आदर्श समाज बताते हुए कहा था कि शंकर भगवान की जनेऊ भी किसी कतिया के द्वारा ही बनाई गयी थी। इस समाज ने मानव समाज को वस्त्र धारण करने की व्यवस्था की। वर्तमान में कतिया बन्धुंओ को आधुनिक करण के साथ चलकर अपने पैतृक व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहिए।
इसी प्रकार दिनांक 03 अप्रैल 2011 को एक कार्यक्रम पीथमपुर में रखा गया जिसमें समाज के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और समाज सुधारक सात बिंदुओं पर चर्चा की गयी। जैसे समाज के मुख्य देवता ,समाज के प्रतिक चिन्ह,कतिया दिवस मनाना,एक दिवसीय सगाई तथा मृत्यु भोज एवं खर्चीली शादी पर प्रतिबन्ध आदि।
इस क्रम में दिनांक 17 सितम्बर 2015 को भगवान विश्वकर्मा जयंती के दिन समाज के प्रतिभाशाली 30 बच्चों को समाज के द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षक श्री खुशियाल जी मंडलेकर ग्राम-लोलांगरा ने छात्र दीपक कुल्हारे एवं छात्रा सुरभि दुधे को पुरस्कृत कर प्रोत्साहन दिया।
मालवा अंचल कतिया समाज के आगामी कार्यक्रम में समाज की महिलाओं रोजगार युक्त प्रशिक्षण की और अग्रसर कर स्वावलम्बी बनाने पर प्रयासरत है।
सर्वजन हिताय! सर्वजन सुखायः! की मंगल कामना लिए मालवा अंचल कतिया समाज एकछुआ चाल से चलकर कम लागत में अधिक उन्नति की आशा में कार्यशील और संघर्षशील हो कर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन कर रहा है। भले ही यहाँ कतिया समाज आर्थिक रूप से उतना सबल नहीं है,परन्तु तन और मन से सामाजिक कार्य करने की ललक हमेशा बनी रहती है। ईश्वर समाज की सेवा करने की शक्ति प्रदान करे यही कामना है।
(श्राी बी.पी.काजवे,सचिव,अ.भा.कतिया महासभा
एवं पूर्व अध्यक्ष कतिया समाज पीथमपुर से
परिचर्चा पर आधारित) -सम्पादक