महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा आज से
महिला हिंसा के विरोध में अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा
नितेश खरे भोपाल- आज 25 नवंबर 2019 को एक्शनाइड एसोसिएशन द्वारा महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा की शुरुआत भोपाल में ऑटो यूनियन एवं कूली यूनियन के साथ के साथ मिलकर की गई , इस अभियान मे ऑटो चालक संघ के 200 ऑटो चालकों एवं 50 कुलियों को इस अभियान से जोड़ा गया। यह अभियान 25 नवंबर से 16 दिसंबर तक चलेगा |
आइए जाने क्या है एक्शनएड एसोशिएशन और यह क्यों इस कार्यक्रम को कर रहा है
एक्शन ऐड एसोसिएशन सन् 1972 से मानवाधिकारो के मुददो पर देष के अलग अलग हिस्सो मे काम कर रहा है, सपना यह है कि न्यायपुर्ण समाज की स्थापना हो. वचित समुदाय के साथ मिलकर हम भोजन ,अजिविका ,आश्रय,षिक्षा स्वास्थ्य देखभाल गरिमा और उनके जीवन पर असर वाले निर्णयो मे एक आवाज के कानुनी ,सवैधानिक और नैतिक अधिकारों का दावा करते है। हम एक ऐसी संस्था है जो बहिष्क्रत लोगो, ज्ञान संस्थानों और नागरिक समाज संगठनो के साथ साझेदारी मे काम करती है। हम लोगो के साथ गरीबी , अपवर्जन ,पित्रसत्ता ओर अन्याय से मुक्त होने के लिए अपने संघर्ष मे लोगो के साथ खडे है । हमारी ताकत समुदायो और सामाजिक संरचनाओं के साथ निहित होने मे है, लोगो के कार्ये से सीखना और विकल्प का निमार्ण करना है।
25 नवम्बर को चुनने के पीछे एक इतिहास है और वही इसकी महत्वता है। 1960 के दशक में डोमेनियन रिब्बलिक में एक तानाशाह रेफेल ट्रीजिलियो का सत्ता थी। उसके निरकुंश शासन एवं नीतियों के खिलाफ तीन बहनों- पेट्रिया,मिनरवा और मारिया (मीराबेल बहनें) ने मजबुत आंदोलन किया। उनके इस संघर्ष में उनके जीवन साथी उतनी उर्जा के साथ थे। इसका असर समाज और सरकार पर पड़ रहा था। इससे तानाशाह काफी नाराज हुआ और उनके आंदोनल को तोड़ने की हर सम्भव कोशिश करने लगा। एक विरोध प्रदर्शन के समय तीन बहनों और उनक साथियों को जेल में डाल दिया। कुछ दिनों में तीनों बहनों को छोड़ दिया परन्तु उनके साथियों को जेल में रखा था। 25नवम्बर को तीनों बहने जेल में मिलने गई। लौटते समय तानाशाह के लोगों ने उनको जिन्दा जलाकर हत्या कर दी।
उनके इस आंदोलन को उनके साथी आगे लेकर गये। 1981 में नारीवादी समूहों ने इस दिन को महिलाओं पर होने वाली हिंसा के विरोध में अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। 1991 में सेन्टर फॉर वीमेनस् ग्लोबल लीडरशीप के तत्वावधान में 25 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक 16 दिवसीय अभियान मनाना शुरू किया। क्योंकि यह माना गया कि महिलाओं पर हिंसा उनके मानवाधिकार का हनन है। इसलिए 25 नवम्बर महिला हिंसा के विरोध में अंतरराष्ट्रीय दिवस से 10 दिसम्बर तक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस 16 दिन को जोड़ा गया। 1999 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने 25 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा निवारण दिवस के रूप में घोषित किया है।
हर वर्ष ''महिलाओं पर हिंसा के विरोध में 16 दिवसीय अभियान'' के नाम से मनाया जाने लगा है। जिसमें देश, सरकार, संस्थाएं, संगठन, शिक्षण संस्थाएं एवं व्यक्ति इन 16 दिनों में लड़कियों-महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सघन अभियान करते हैं। पिछले वर्ष 80 देशों की 5500 से अधिक संस्थाओं ने इस अभियान में भाग लिया।
भोपाल में पखवाड़ा 25 नवंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर मानव अधिकार दिवस तक चलेगा | महिला व बालिका हिंसा विरोधी पखवाड़े का समापन निर्भया शहादत दिन 16 दिसम्बर को समाप्त होगा |
महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा के तहत भोपाल एवं मध्य प्रदेश के 18 जिलों में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा व न्याय के लिए आवाज उठा रहे है|
हमारी मांग है की-
भोपाल के असुरक्षित स्थानों का चिन्हीकरण कर वहा सुरक्षा प्रदान की जाए | स्कूल, महाविद्यालय व बस्ती मोहल्लों से ये आवाज उठ रही है |
- डायन/ टोनही करार दी गयी महिलाओं को त्वरित राहत के लिए मध्य प्रदेश शासन गाइड लाइन जारी करे |
- मध्य प्रदेश से ट्राफिक हुई लड़कियों को जल्द से जल्द तलाश कर उन्हें गाव वापिस लाया जाए |
- प्रदेश में एकल महिला नीति बने जिससे एकल महिला, डायन करार दी गयी महिला, जातिआधारित देहिक शोषण में शामिल महिला को सम्मान, सुरक्षा व न्याय मिल सके |
- मध्यप्रदेश को छुवाछुत मुक्त बनाना है जिससे दलित वंचित महिला पर हो रहे अत्याचार रुक सके |
इन्ही मांगों को लेकर भोपाल शहर के साथ साथ मध्य प्रदेश के 18 जिलों में महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा व न्याय के लिए आवाज उठा रहे है|