गुरु-शिष्य सम्मान कार्यक्रम

गुरु-शिष्य सम्मान कार्यक्रम 

श्रीकृष्ण यादव छात्रावास में कतिया गौरव परिवार का  गुरु-शिष्य सम्मान कार्यक्रम हुआ, सम्मान पाकर अभिभूत हुए गुरुजन

शिष्यों ने 35 रिटायर्ड और 65 गुरुजनों का किया सम्मान

हरदा  श्रीकृष्ण यादव छात्रावास में रविवार को कतिया गौरव परिवार ने राष्ट्रीय स्तर पर गुरु-शिष्य सम्मान समारोह आयोजित किया। इसमें इंदौर, पीथमपुर, भोपाल, होशंगाबाद, इटारसी, बैतूल, बुरह्मनपुर, टिमरनी, मंडीदीप व अन्य जगहों से रिटायर्ड और वर्तमान में सेवारत शिक्षक- शिक्षिकाएं शामिल हुए। समारोह में 35 रिटायर्ड व 65 वर्तमान गुरुजनों का उन्हीं के शिष्यों ने शॉल-श्रीफल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। एनपी भवरे ने कहा समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। युवा समाज को नई दिशा दे सकते हैं। युवा पीढ़ी को समय का प्रबंधन कर 35 रिटायर्ड लक्ष्य पर फोकस करने की जरूरत है। जीआर सातनकर ने समाज को नशा मुक्त बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा नशा करने वाले आर्थिक, सामाजिक, शारीरिक नुकसान होता है। परिवार में गृह क्लेश होता है। साहित्यकार अर्चना भैसारे ने कहा माता-पिता और गुरु हमेशा ही होते हैं। गुरु मारी आंखों पर पड़े अज्ञानता रुपी परदे को हटाकर हमें सच देखने का मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने पुरातन सोच से उबरने और पॉजीटिव सोच रखकर आगे बढ़ने की बात कही। शोभाराम भवरे ने इस पहलकी प्रशंसा करते हा कहा इससे समाज में गरु- शिष्य परंपरा को लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा। जीपी धार्मिक ने कहा रिटायरमेंट एक प्रक्रिया है, लेकिन रिटायर्ड और 65 शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता। उसके पास संचित अनुभव का खजाना होता है, जिससे समाज लाभांवित होता है। रामदीन ढोके ने बताया वे तीन नौकरी के लिए चुने गए, लेकिन उन्होंने शिक्षा को चुना। जिससे वे बच्चों को संस्कार रुपी शिक्षा देकर बेहतर समाज निर्माण कर राष्ट्र के लिए शिक्षित नागरिक तैयार कर सकें। रिटायर्ड बीईओ आरए चौरसिया ने कहा शिक्षा जागरुकता व अपने हक को पाने का सशक्त जरिया है। शकुंतला दुनगे ने कहा महिलाएं समाज विकास में आगे आएं। बेटियों को बिना भेदभाव शिक्षा दिलाएं। एचएन कुल्हारे, चिंतामन चौरे, सीमा ओनकर, चेतराम कुल्ारे समेत कई शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा 65 गुरुजनों किए। नायब तहसीलदार मनोहर कुल्हारे ने कार्यक्रम का उद्देश्य बताया। आयोजन के सूत्रधार अनिल भवरे, सुनील चौरे, हुकुम बिल्लोरे, महेश चौरसिया, एनपी पाटनकर, मुकेश मंडलेकर, नरेंद्र ओनकर, बंशीलाल ठाकरे, चैन सिंह भवरे, दीपक डोंगरे ने बोर्ड परीक्षा, खेल, साहित्य, सांस्कृतिक क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 70 से ज्यादा प्रतिभाओं का सम्मान किया। समारोह में समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।

अब घर-घर जाकर सम्मान करेंगे

कतिया गौरव परिवार वजन पख्वाडा के तहत समाज के बजगों के घर-घर जाकर उनके पैर पखारेगा। शॉल-श्रीफल देकर सम्मान करेगा। समाज विकास के लिए उनके जीवन के सचित अनुभव एकत्रित करेगा। समाज की मैगजीन में प्रकाशन होगा। टीआर हुरमाले ने समाज की मासिक मैगजीन में सभी से सहयोग का आगाह किया। जिससे समाज विकास, प्रतिभा अभिनंदन, गरु सम्मान, वृद्धजन सम्मान सामहिक विवाह सम्मेलन, रामसत्ता जैसे विविध आयोजन किए जा सके। गरिमा भवरे और तृप्ति चौरे ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी

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